sapna dosh Fundamentals Explained
सपनों की एक जर्नल रखें: बार-बार आने वाले विषयों और ट्रिगर्स की पहचान करने के लिए जागने के तुरंत बाद अपने सपनों को लिखें।बहुत सी बार तो आलम ये होता है कि आप सपने में इतना डर जाते हैं कि सोते सोते चीखने लगते हैं.
हमारे मदतगारों और सामग्री भेजनेवालों के लिए निर्देश
अगर आपकी भी डरावने सपने आने की वजह से दिनभर की गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं, तो यह समय उन्हें कुछ घरेलू उपाय आजमाकर कंट्रोल करने का है। आइए जानते हैं कैसे।
सावित्रीबाई फुले: भारत की पहली महिला शिक्षिका
स्ट्रेस से उबरने का आपका अपना क्विक फॉर्मूला क्या है?
कई बार मन थका हुआ होता है और शरीर more info भी कमजोर है तब बुरे सपने आते हैं.
बताया गया कि, अगर कोई इंसान अपने दिमाग में ज्यादा टेंशन रखता है, तब इस तरह की घटना होती है.
सपने हमारी मेंटल हेल्थ को कई प्रकार से प्रभावित करते है। चित्र-अडोबी स्टॉक
बारिश में जॉगिंग या रनिंग करना कितना सेफ है? जानिए फायदे, खतरे और जरूरी सावधानियां
कभी-कभार आने वाले डरावने सपने चिंता का विषय नहीं हैं. हालांकि रोज-रोज समस्या हो, तब डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है. बच्चों में यदि डरावने सपने लंबे समय तक बने रहें या उनके व्यवहार में बदलाव आए, तो बाल रोग विशेषज्ञ से बात करना फायदेमंद होता है.
रात को सोने नहीं देते बुरे सपने तो अपनाएं ये घरेलू उपाय, जानें डरावने सपनों का सेहत पर पड़ता है क्या असर
यह भी पढ़ें : एंग्जाइटी और डिप्रेशन से भी छुटकारा दिला सकता है आयुर्वेद, आजमाकर देखें ये उपाय
अपनी डाइट में अच्छी चीजें शामिल करें, जो हेल्दी और पौष्टिक हैं